November 21, 2024

News Buddy

www.newsbuddy.co.in

रमन राज के अत्याचार में ओपी चौधरी थे सहभागी, गरीबों के घर दुकानों पर चलाया था बुलडोजर

1 min read

चौधरी ने गरीबों के घर दुकान तुड़वाए, तत्कालीन विधायक मंत्री बृजमोहन, मूणत, सुंदरानी मूकदर्शक थे

रायपुर/28 सितंबर 2023। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने भाजपा प्रदेश महामंत्री ओ.पी. चौधरी के ऑक्सीजोन के नाम पर हटाये गये व्यवस्थापन को लेकर दिये बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा है कि असलियत यह है कि 70 दुकानदारों को सड़क पर लाने के लिए ओपी चौधरी ही जिम्मेदार हैं और उन्हें अपने इस कृत्य के लिए दुकानदारों से माफी मांगनी चाहिए। रमन सरकार के दौरान ओपी चौधरी जब रायपुर कलेक्टर थे उस दौरान अनेको प्राचीन मंदिरों को तोड़ा गया। रमन राज में ही प्राचीन और ऐतिहासिक मरही माता मंदिर, मौली माता मंदिर तोड़े। कमीशनखोरी के लालच में डीएमएफ के पैसों से गलत तरीके से कटोरा तालाब का सौंदर्यीकरण किया गया, डीएमएफ के पैसों से वातानुकूलित ऑडिटोरियम, ऑक्सीजोन बनाए, दो-दो मंजिल के बिल्डिंग में चार-चार लिफ्ट लगाई अधिकारी के घरों में स्विमिंग पूल बनाए गए। खनन और उद्योग प्रभावित क्षेत्र के गरीब जनता के हक और अधिकार को लूट कर खाएं। भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में 5 साल से कांग्रेस की सरकार है लेकिन वह रायपुर शहर में ऑक्सीजोन के नाम पर हटाए गए 70 दुकानदारों का व्यवस्थापन नहीं कर पाई। असलियत यह है कि रमन सरकार के दौरान अनैतिक कार्यो और प्रशासनिक आतंकवाद में ओपी चौधरी की अग्रणी भूमिका थी। बिना व्यवस्थापन के गरीबों के घर, मकान तोड़े गये, बेदखल किया गया। रोजी-रोटी छीनी गयी। सत्ता में रहने के दौरान किये गये पाप पर माफी मांगने के बजाय अब राजनैतिक लाभ के लिये अनर्गल बयानबाजी कर रहे है।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि ओ.पी. चौधरी जब रायपुर कलेक्टर थे उन्हीं के निर्देश पर दिसंबर 2017 में नगर निगम ने ऑक्सीजोन के नाम पर पंडरी रोड पर बनी उन दुकानों को तोड़ गिराया था। उन दुकानों के हटने के एक साल बाद तक प्रदेश में भाजपा की ही सरकार रही थी। उस सरकार में दो मंत्री बृजमोहन अग्रवाल एवं राजेश मूणत रायपुर शहर के ही थे। जिस जगह से दुकानें हटीं वह एरिया रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र का था तब वहां के विधायक भाजपा के ही श्रीचंद सुंदरानी थे। सारे दुकानदार तब के कलेक्टर ओ.पी. चौधरी से लेकर बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत एवं श्रीचंद सुंदरानी के पास गुहार लगाते रहे थे, लेकिन उनमें से एक ने भी उनकी बात नहीं सुनी थी। प्रदेश में जब कांग्रेस की सत्ता आई तो लंबे समय से भटक रहे दुकानदारों के व्यवस्थापन की दिशा में काम शुरू हुआ। नगर निगम की सामान्य सभा से दुकानदारों के व्यवस्थापन का प्रस्ताव पास हो चुका है। वीरांगना अवंती बाई लोधी चौक पंडरी के पास व्यवस्थापन के लिए राज्य शासन ने अनुमति भी दे दी है। जल्द ही दुकानदारों का व्यवस्थापन हो जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *