अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस
1 min readबुजुर्ग समाज के प्रकाश-स्तंभ हैं, उनके अनुभवों के प्रकाश में नयी पीढ़ियां आगे बढ़ती हैं – श्री भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बुजुर्गों का शॉल और श्रीफल देकर किया सम्मान
बुजुर्गों को 825 सहायक उपकरणों का किया गया वितरण
रायपुर, 01 अक्टूबर 2023/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर रायपुर के सरदार बलबीर सिंह जुनेजा इनडोर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ नागरिकों का शॉल और श्रीफल देकर सम्मान किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल संवेदनशीलता के साथ मंच से उतरकर स्वयं बुजुर्गों के पास पहुंचे और उन्हें सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों को इलेक्ट्रॉनिक व्हीलचेयर, चश्मा और हियरिंग एड सहित 825 सहायक उपकरण भी प्रदान किए। इस अवसर पर सभी जिलों के लगभग साढ़े छः हजार से अधिक वरिष्ठजन उपस्थित थे।
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस की बधाई देते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि मानव जीवन की तीन प्रमुख अवस्थाएं हैं- बाल्यावस्था, युवावस्था और वृद्धावस्था। मनुष्य की वृद्धावस्था उसके जीवनभर के ज्ञान और अनुभवों का निचोड़ है, उसकी जीवनभर की तपस्या का संचय है। इसीलिए हमारे बुजुर्ग हमारे समाज के प्रकाश-स्तंभ हैं। उनके अनुभवों के प्रकाश में ही नयी पीढ़ियां आगे बढ़ती हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि बुजुर्गों की सेवा करने से आयु, विद्या, यश और बल बढ़ता हैं।
श्री बघेल ने कहा है कि नये दौर के समाज में हमारे पुरातन जीवन-मूल्य बहुत पीछे छूटते जा रहे हैं। बुजुर्गों ने जीवनभर जिन लोगों के लिए मेहनत की, त्याग किया वे उन्हीं के द्वारा उपेक्षित कर दिए जाते हैं। राज्य सरकार द्वारा बुजुर्गों के लिए सियान हेल्प लाइन नम्बर शुरू किया गया है। इस हेल्पलाईन का उपयोग दिव्यांग, विधवा और उभयलिंगी व्यक्ति भी कर सकते हैं। सियान हेल्पलाइन सेंटर और टोल फ्री नंबर के सेटअप की स्थापना के लिए बजट में एक करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। हेल्पलाइन नंबर पर अभी तक 76 हजार से ज्यादा कॉल आ चुके हैं, इनमें से 1493 कॉल बुजुर्गों ने किए हैं। हमें खुशी है कि इस हेल्पलाइन सेंटर के माध्यम से हम बुजुर्गों की मदद कर पा रहे हैं।
श्री बघेल ने कहा कि राज्य सरकार ने निराश्रितों, बुजुर्गों, दिव्यांगों, विधवा तथा परित्यक्ता महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के अंतर्गत दी जाने वाली मासिक पेंशन की राशि को 350 रुपए से बढ़ाकर 500 रुपए प्रतिमाह कर दिया है। प्रदेश के 13 लाख से ज्यादा बुजुर्गजन मासिक पेंशन योजना का लाभ उठा रहे हैं। इसके अलावा राज्य सरकार बुजुर्गों को 49 हजार आवश्यक सहायक उपकरणों का वितरण भी कर चुकी है। राज्य शासन के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना शुरू की गई है। इससे उनके बुढ़ापे में सहायता मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि बुजुर्गों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए राज्य सरकार द्वारा सियान जतन क्लीनिक का संचालन किया जा रहा है। प्रदेश के आयुर्वेदिक अस्पतालों में भी बुजुर्गों के लिए विशेष ओपीडी और पंचकर्म सेवाएं दी जा रही हैं। राज्य में श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स में 72 प्रतिशत तक कम कीमत पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इस योजना का लाभ भी हमारे वरिष्ठ नागरिकों को मिल रहा है।
श्री बघेल ने सभी से अपने परिवार या आसपास बुजुर्गों की समस्याओं को समझने का प्रयास करने की अपील करते हुए कहा कि बुजुर्गों की सेवा के फल से बढ़कर कोई पूजा-आराधना नहीं है। उनका आशीर्वाद ही सबसे बड़ा पुण्यफल है। बुजुर्गों को हमसे उतने ही प्रेम की उम्मीद होती है, जितना प्रेम उन्होंने हमें दिया है।
समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया ने बुजुर्गों को अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल बुजुर्गों, निराश्रितों, दिव्यांगों, किसानों सहित हर वर्ग का ध्यान सुचारू रूप से रख रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा पैसा नहीं देने पर भी राज्य सरकार ने योजनाओं के लिए अग्रिम स्वीकृति दी है, जिससे व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है।
कार्यक्रम में बुजुर्गों को 25 इलेक्ट्रॉनिक व्हीलचेयर, 600 हियरिंग एड और 200 चश्मा सहित 825 सहायक उपकरण प्रदान किए गए। इस अवसर पर दिव्यांग महाविद्यालय रायपुर के बच्चों द्वारा शानदार देश भक्ति गीत प्रस्तुत किया गया। बुजुर्गों का निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। यहां श्रवण और नेत्र जांच कर चश्मा प्रदान किया गया। इसके साथ ही समाज कल्याण विभाग द्वारा बुजुर्गों को योजनाओं की जानकारी देने के लिए स्टॉल लगाया गया। इस अवसर पर संसदीय सचिव श्रीमती रश्मि आशीष सिंह,संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ योग आयोग के अध्यक्ष श्री ज्ञानेश शर्मा, विधायक श्री सत्य नारायण शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा, समाज कल्याण विभाग के सचिव श्री अमृत खलखो सहित बड़ी संख्या में वरिष्ठजन उपस्थित थे।